Thursday, February 23, 2012

Param Shradhey Shri Radhe Maa - Drishti, the divine gaze





Mamtamai Shri Radhe Maa’s drishti or glance has changed the lives of thousands of devotees  

by Sanjeev Gupta

Look into my eyes and hear what I'm not saying, for my eyes speak louder than my voice ever will
Unknown

It was much later that I recognised that gaze. It was childlike but deep and penetrating. I had seen it earlier in a worshipper of the Goddess who identifies herself completely with Maa Para Shakti. For worshippers of the Goddess, Maa’s eyes have a special significance. One, they are all-seeing or antaryami – they penetrate the heart of devotees and know all there is to be known. Two, they look out into the world in different bhavas or attitudes. In their ugra or fierce form, they blaze with divine anger at whatever is hurting or harming Her devotees. In their benevolent form, Her compassionate glance grants the wishes of those who surrender to Her. The Devi has been described as Meenakshi (One with eyes shaped like a fish) and Kamakshi (One with eyes that attract the soul of the seeker to liberation).   


The All-Seeing Eye of Maat was the symbol of the Egyptian Goddess Maat, the Goddess of law, morality, and justice. The Egyptians believed that it was Maat who held the universe together. It was Her quality of order which maintained the world. According to Barbara Walker, an expert on ancient Egyptian religion, “The Mother-syllable Maa meant 'to see'; in hieroglyphics (Egyptian script), and it was written in the form of an eye.”


The eye, therefore, and its function seeing or drishti, has been associated with the Mother Goddess since antiquity.

The first time I had Shri Radhe Maa’s darshan, it was over in a few seconds because I was one in hundreds who had lined up to pay their respects. Every act of Shri Radhe Maa is imbued with deep significance. For instance, she unties a thread from her wrist and hands it to a devotee to signify that she has accepted the devotee in her service. There was also the glance or drishti that several devotees credit with changing their fortunes. Her eyes were bright and there was a strange depth to them. The expression was playful, innocent and mischievous at the same time.

For those accustomed to discourses from spiritual figures, Shri Radhe Maa, who rarely speaks, may come across as unusual. That is quite correct because She is not just unusual, She is extraordinary. When devotees present themselves for Her darshan, Her drishti takes on a special intensity. It turns even more powerful during days that are special to the Goddess and Lord Shiva.

The annual jagran that is being held on her birthday on March 3 to honour the Divine Feminine is one such event. The jagran, which is in its ninth year, is expected to attract devotees of Shri Radhe Maa across the world. Be there to experience Ma’s transforming drishti which grants peace, abundance and happiness to her devotees.   

   


As spoken to Satish Purohit

Call on 9820969020 for free passes to the Ma Jagadamba Jagran at the Goregaon Film City ground in Mumbai on March 3

Monday, February 20, 2012

Param Shradhey Shri Radhe Maa Gyan





















भजन और कीर्तन में आपकी सच्ची श्रद्धा भावना होनी चाहिए ,सारी चिंताएं छोड़ कर यदि आप किसी भजन संध्या,माता की चौकी-जागरण या सत्संग में जाएँ तो वहां आपने सच्चे मन से प्रभु की भक्ति करनी है और उनका गुणगान करना है ,उदाहरण के लिए जैसे तुलसीदस जी कहते हैं : 
                                       
 रामहि केवल प्रेम पियारा | जानि लेऊ जो जाननिहारा || 

                अर्थात प्रभु को केवल प्रेम ही प्यारा है,यह रहस्य की बात है की प्रभु को प्रेम के सामान न सीता जी प्यारी हैं,न लक्ष्मण जी और न भारत जी क्यूंकि जब भी कोई प्रभु को प्रेम से आर्त पुकार कर बुलाता है तो वे सबकुछ त्याग कर वहां पहुँच जाते हैं |  हमारे वेदों, पुराणों,शास्त्रों और उपनिषदों में भी वर्णन है की प्रभु भक्त की भक्ति के अधीन होते हैं, यदि भक्त की भक्ति में शक्ति हो तो,अपने भक्त से मिलने के लिए और उसकी रक्षा के लिए  वे भी आतुर रहते हैं,जैसे प्रभु श्री राम शबरी से कहते हैं :

   कह रघुपति सुनु भामिनी बाता |  मानऊँ एक भगति कर नाता ||   

प्रभु कहते हैं की मैं सबसे भक्ति का ही नाता रखता हूँ,जो भी सच्चे ह्रदय से मुझे ययद करता है  मैं सर्वस्व त्याग कर उसकी रक्षा को पहुँच जाता हूँ,.इसलिए प्रेमियों,सदा प्रेम से,श्रद्धा से ही भगवान् का भजन और ध्यान करना चाहिए |  इसलिए ही भजन-कीर्तन और जागरणों को महत्त्व दिया गया है जहाँ भगवत भक्ति के वातावरण में हम सच्चे भाव प्रभु के प्रति उनके पावन चरणों में रख पायें और अपना व् अपने परिवार का कल्याण व् उद्धार कर सकें | 


भगवत भक्ति की इस सुन्दर ,फलदायी और कल्याणकारी प्रथा को आगे बढाते हुए ममतामयी श्री राधे माँ जी के पावन सानिध्य में उनके ही जन्मोत्सव वाले दिन विश्वकल्याण और विश्व शांति के  लिए मुंबई में एक विराट माँ जगदम्बे जागरण का आयोजन किया जाता है , एक विशाल मंच पर माँ शेरावाली सहित अन्य कई भगवानो की ऊंची ,सजग और मनमोहक मूर्तियों का श्रिंगार किया जाता है ,जहाँ सारी रात भारत वर्ष के सुप्रसिद्ध कलाकार अपनी सुमधुर वाणी से महामाई का सुन्दर गुणगान कर माँ के चरणों में ध्यान लगाते हैं और भक्तिमय वातावरण से आये श्रद्धालुओं को भक्तिरस से सरभोर कर देते हैं | इस जागरण का विशेष आकर्षण होता है करुणामयी श्री राधे माँ के दिव्य-दुर्लभ और खुल्ले दर्शन ,जहाँ जागरण के मध्य में घंटों से प्रतीक्षा कर रहे अपने भक्तों की दर्शन की प्यास भुजाते हुए बड़े हर्शौल्ल्हास के साथ कृपालु श्री राधे माँ जी का भव्य स्वागत किया जाता है ,दरबार तक पहुँच कर सर्वप्रथम देवी माँ जी पवित्र ज्योत के और मूर्तियों के दर्शन कर अपने आसन पर विराजमान हो जाती हैं और भक्तों को अपनी कृपादृष्टि का अमृतपान कराती हैं ,जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से करुणामयी श्री राधे माँ जी के दर्शन करता है उसकी मनवांछित इच्छा पूरी होती है ,देश विदेश जैसे,अमेरिका ,लन्दन ,हांगकांग ,दुबई, ऑस्ट्रेलिया ,नुजीलैंड आदि देशों से  से भक्त इस दिन माँ की सेवा और दर्शन प्राप्त करने मुंबई पधारते हैं  | हज़ारों लाखों की मात्र में भक्त देवी माँ जी के दिव्य-दुर्लभ दर्शन कर अक्षय पुन्य के भागी बनते हैं |  

         

भक्तों के लिए लंगर की व्यवस्था भी की जाती है ,सारी व्यवस्था सुचारू ढंग से चले इसलिए जागरण के करीब एक महीना पहले से ही निशुल्क पासेस का वितरण शुरू कर दिया जाता है ,जो की राधे माँ भवन , बोरीवली वेस्ट से ग्रहण किये जा सकते हैं,अधिक जानकारी के लिए आप टल्ली बाबा ( पंजाबी में मंदिर की घंटी को टल्ली कहा जाता है) जी से +919820969020 पर संपर्क कर सकते हैं |   

जय माता दी |

  http://www.speakingtree.in/public/shriradhemaa/profile


Saturday, February 4, 2012

'Shri Radhe Maa' Jagran aur uska mahatva


























जागरण और उसका महत्त्व : 

प्राचीन काल में तो ऋषियों ,मुनियों और कई भक्तों ने हजारों वर्ष तपस्या करने के बाद ही प्रभु के दिव्य-दुर्लभ दर्शन पाए परन्तु हम कलयुग में जन्मे लोगों का कल्याण करने के लिए प्रभु ने दो सहज और सरल मार्ग बताये है ,जी हाँ मात्र दो,पहला नाम स्मरण और दूसरा कीर्तन-भजन, दोनों ही जल और पवन के सामान हैं  नामस्मरण यदि जल है तो कीर्तन-भजन पवन ,स्वयं के पूरक भी और भक्ति के भी I शायद इसलिए ही शास्त्रों में जागरण की प्रथा को महत्त्व दिया गया है ,जागरण यानि रात भर जाग कर,अपनी नींद त्याग कर प्रभु का भजन कीर्तन करना और अपनी मनोकामनाएं सिद्ध करना है I

वेदों,पुराणों और उपनिषदों में जो कहा गया है उन सत्मार्गों का अनुसरण करते हुए करुणामयी श्री राधे माँ जी के मुखारविंद के वचन हैं की जितना माँ शेरावाली का नाम और कीर्तन गाया जाए उतना ही ज्यादा मानव जाती का कल्याण होगा ,इस ही हितार्थ पिछले नौ वर्षों से लगातार मुंबई में माँ जगदम्बे के विराट जागरण का आयोजन किया जाता है ,यह भव्य और दिव्य आयोजन विशेषतः ममतामयी श्री राधे माँ जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है ,जिसमे विश्व भर से कृपालु श्री राधे माँ जी के भक्त पधार कर अपनी अपनी यथाशक्ति सेवा करते हैं और बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं ,देश के कई सुप्रसिद्ध भजन गायक पधार कर सारी रात महामाई का सुन्दर गुणगान करते हैं और देवी माँ जी से कृपा पाते है I  मूलतः करुणामयी श्री राधे माँ जी मुकेरियां (पंजाब) से हैं पर पिछले नौ वर्षों से मुंबई के एक प्रतिष्ठित परिवार जो की एम् एम् मिठाईवाला के नाम से जाना  जाता है के निवास्थान को अपना धाम बना चुकी हैं इस परिवार का हर सदस्य देवी माँ जी के चरणों से जुड़ा हुआ है   और हर पल हर क्षण उनकी सेवा में तत्पर रहता है I 

३ मार्च को जागरण के लिए एक विशाल मंच सजाया जाता है जिस पर माँ भगवती के संग एनी कई देवी देवताओं की बड़ी बड़ी मूर्तियाँ विराजमान की जातीं हैं और उनका मनभावन श्रृंगार किया जाता है ,विधि विधान के साथ पूजा अर्चना होती है, हर साल तीर्थ स्थान ' श्री  चिन्तपुर्णी'  से पावन ज्योत लायी जाती है और जागरण में उस ज्योत ही ज्योति प्रज्वलित की जाती है I देश विदेश से आई हुई सांगत के लिए रहने आदी के बेहेतरीन इंतजामात किये जाते हैं ,जो की सारे सेवादार आपस में ही ज़िम्मेदारी लेकर माँ की सेवा के रूप में सम्पूर्ण करते हैं I  सुचारू ढंग से आयोजन,सिक्युरिटी आदि को ध्यान में रखते हुए इस जागरण के प्रवेश के लिए विशेष निशुल्क पासेस दिए जाते हैं ,जो की राधे माँ भवन , बोरीवली (वेस्ट ) से प्राप्त किये जा सकते हैं I  यहाँ आये हुए भक्तों के लिए लंगर,महाप्रसाद का भी सुनियोजित इंतजाम होता है I इन सब मुख्य कार्यों की ज़िम्मेदारी देवी माँ जी ने अपने अनन्य भक्त आदरणीय टल्ली बाबा जी को सौंपी है ,मंदिर में प्रवेश करते वक्त जो घंटी होती है पंजाब में उसे टल्ली कहा जाता है,यानि ममतामयी श्री राधे माँ जी ने कितनी प्रमुख उपाधि दी है टल्ली  बाबा जी को, जागरण के निशुल्क पासेस,कृपालु श्री राधे माँ जी या उनसे जुडी किसी भी  जानकारी के लिए आप टल्ली बाबा जी से संपर्क कर सकते है +919820969020 पर I

३ मार्च को महामाई का विराट जागरण ,रात नौ बजे से फिल्मसिटी,गोरेगांव (ईस्ट) में आयोजित किया जा रहा है ,माँ जगदम्बे की पावन ज्योत और देवी माँ जी के दिव्य दुर्लभ दर्शनों के लिए आप सभी भक्तजन सहपरिवार आमंत्रित हैं

जय माता दी |

Thursday, February 2, 2012

'Param Shradhey Shri Radhe Maa ' - 3rd March Jagran
















जय माता दी,
                 जैसा की आप सभी भक्तों को सूचित किया जा चूका है की ममतामयी श्री राधे माँ जी का जन्मोत्सव ३ मार्च २०१२ को महामाई के विराट जागरण के रूप में मनाया जा रहा है और जिसका आयोजन फिल्मसिटी,गोरेगांव (ईस्ट) मुंबई में रात नौ बजे हो रहा है ,इस भव्य और विशाल जागरण में प्रवेश पाने के लिए निशुल्क पासेस बांटे जा रहे हैं जो की आप भक्तजन राधे माँ भवन, बोरीवली (वेस्ट) , मुंबई से पा सकते हैं, माँ शेरावाली और करुणामयी श्री राधे माँ जी के भक्तों में उत्साह और उमंग की लहर दौड़ चुकी है क्यूंकि,  १ फरवरी को पहले ही दिन भारी मात्रा में  हजारों की संख्या में भक्तों ने ये निशुल्क पास ग्रहण कर लिए हैं,इस भव्य और दिव्य आयोजन में देश विदेश से भक्जन देवी माँ जी की सेवा और दर्शन पाने के लिए पधारते हैं अतः सबकुछ सुनियोजित ढंग से चले और सिक्युरिटी को ध्यान में रखते हुए इन पस्सेस का वितरण किया जाता है ,अधिक जानकारी के लिए आप टल्ली बाबा जी से  +919820969020 पर संपर्क कर सकते हैं  

जय माता दी 

Wednesday, February 1, 2012

'Maa Bhagwati Jagran' aur 'Mamtamai Shri Radhe Maa' ke divya Darshan on 3rd March






  प्रिय भक्तो,

              जय माता दी,

                                आदि काल से प्रभु सिमरन और उनके गुणगान की पावन प्रथा चली आ रही है ,प्राचीन काल में तो ऋषियों ,मुनियों और कई भक्तों ने हजारों वर्ष तपस्या करने के बाद ही प्रभु के दिव्य-दुर्लभ दर्शन पाए परन्तु हम कलयुग में जन्मे लोगों का कल्याण करने के लिए प्रभु ने दो सहज और सरल मार्ग बताये है ,जी हाँ मात्र दो,पहला नाम स्मरण और दूसरा कीर्तन-भजन  , हिन्दू शास्त्र कहते हैं की यदि आपकी भक्ति में शक्ति हो यानी पूरी श्रद्धा ,विश्वास और आस्था के साथ अगर आप भक्ति करें तो आप भी प्रभु मिलन का शुभावसर पा सकते हैं , नामस्मरण और प्रभु कीर्तन-भजन दोनों ही जल और पवन के सामान हैं  नामस्मरण यदि जल है तो कीर्तन-भजन पवन ,स्वयं के पूरक भी और दोनों ही भक्ति के पूरक भी हैं I शायद इसलिए ही शास्त्रों में जागरण की प्रथा को महत्त्व दिया गया है ,जागरण यानि रात भर जाग कर,अपनी नींद त्याग कर प्रभु का भजन कीर्तन करना और अपनी मनोकामनाएं सिद्ध करना है I

वेदों,पुराणों और उपनिषदों में जो कहा गया है उन सत्मार्गों का अनुसरण करते हुए करुणामयी श्री राधे माँ जी के मुखारविंद के वचन हैं की जितना माँ शेरावाली का नाम और कीर्तन गाया जाए उतना ही ज्यादा मानव जाती का कल्याण होगा ,इस ही हितार्थ पिछले नौ वर्षों से लगातार मुंबई में माँ जगदम्बे के विराट जागरण का आयोजन किया जाता है ,यह भव्य और दिव्य आयोजन विशेषतः ममतामयी श्री राधे माँ जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है ,जिसमे विश्व भर से कृपालु श्री राधे माँ जी के भक्त पधार कर अपनी अपनी यथाशक्ति सेवा करते हैं और बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं ,देश के कई सुप्रसिद्ध भजन गायक पधार कर सारी रात महामाई का सुन्दर गुणगान करते हैं और देवी माँ जी को रिझाते हैं I  मूलतः करुणामयी श्री राधे माँ जी मुकेरियां (पंजाब) से हैं पर पिछले नौ वर्षों से मुंबई के एक प्रतिष्ठित परिवार जो की एम् एम् मिठाईवाला के नाम से जाना जाता है के निवास्थान को अपना धाम बना चुकी हैं इस परिवार का हर सदस्य देवी माँ जी के चरणों से जुड़ा हुआ HAI  और हर पल हर क्षण उनकी सेवा में तत्पर रहता है I 

३ मार्च को जागरण के लिए एक विशाल मंच सजाया जाता है जिस पर माँ भगवती के संग एनी कई देवी देवताओं की बड़ी बड़ी मूर्तियाँ विराजमान की जातीं हैं और उनका मनभावन श्रृंगार किया जाता है ,विधि विधान के साथ पूजा अर्चना होती है,हर साल किसी न किसी तीर्थ स्थान से पावन ज्योत लायी जाती है और जागरण में उस ज्योत ही ज्योति प्रज्वलित की जाती है I देश विदेश से आई हुई सांगत के लिए रहने आदी के बेहेतरीन इंतजामात किये जाते हैं ,जो की सारे सेवादार आपस में ही ज़िम्मेदारी लेकर माँ की सेवा के रूप में सम्पूर्ण करते हैं I  सुचारू ढंग से आयोजन,सिक्युरिटी आदि को ध्यान में रखते हुए इस जागरण के प्रवेश के लिए विशेष निशुल्क पासेस दिए जाते हैं ,जो की राधे माँ भवन , बोरीवली (वेस्ट ) से प्राप्त किये जा सकते हैं I  यहाँ आये हुए भक्तों के लिए लंगर,महाप्रसाद का भी सुनियोजित इंतजाम होता है I इन सब मुख्य कार्यों की ज़िम्मेदारी देवी माँ जी ने अपने अनन्य भक्त आदरणीय टल्ली बाबा जी को सौंपी है ,मंदिर में प्रवेश करते वक्त जो घंटी होती है पंजाब में उसे टल्ली कहा जाता है,यानि ममतामयी श्री राधे माँ जी ने कितनी प्रमुख उपाधि दी है टल्ली  बाबा जी को, जागरण के निशुल्क पासेस,कृपालु श्री राधे माँ जी या उनसे जुडी किसी भी  जानकारी के लिए आप टल्ली बाबा जी से संपर्क कर सकते है +919820969020 पर I

३ मार्च को महामाई का विराट जागरण ,रात नौ बजे से फिल्मसिटी,गोरेगांव (ईस्ट) में आयोजित किया जा रहा है ,माँ जगदम्बे की पावन ज्योत और देवी माँ जी के दिव्य दुर्लभ दर्शनों के लिए आप सभी भक्तजन सहपरिवार आमंत्रित हैं

जय माता दी  |

Monday, January 23, 2012

Mamtamai Shri Radhe Guru Maa ji - Swaroop


Param Shradhey 'Shri Radhe Maa ji'  - Swaroop

Mamtamai Shri Radhe Maa ji

Shri Radhe Guru Maa ji


Shri Radhey Maa ji
RadheGuruMaa



Devotees can have live Divya darshan of Param Shradhey Shri Radhe Guru Maa ji on globaladvertisers.in

Chowki at - 

Shri Radhe Maa Bhavan, 
Sodawala Lane, Borivali (West),
Mumbai 400 092

Sevadar -

Talli Baba - +91 98209 69020